केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि भारतीय डाक विभाग अब केवल पारंपरिक डाक सेवाओं तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह देश का सबसे बड़ा लॉजिस्टिक्स नेटवर्क बन चुका है। आकाशवाणी समाचार के एक पॉडकास्ट में उन्होंने बताया कि 1.64 लाख से अधिक सेवा बिंदुओं के साथ यह नेटवर्क भारत के हर कोने तक पहुँच रखता है।
डिजिटल क्रांति की ओर डाक विभाग:
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विभाग ने मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) की नियुक्ति की है।
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सभी डाक कर्मियों को हैंडहेल्ड डिजिटल डिवाइसेज से लैस किया गया है, जिससे हर लेन-देन की रीयल-टाइम ट्रैकिंग संभव हो गई है।
नई पहल – डिजीपिन:
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भारतीय डाक जल्द ही "डिजीपिन", एक जियो-कोडेड एड्रेस सिस्टम, लॉन्च करेगा।
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यह तकनीक देश के सबसे दूरस्थ क्षेत्रों तक सटीक और तेज डिलीवरी सुनिश्चित करेगी।
उद्यमिता को बढ़ावा:
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श्री सिंधिया ने बताया कि बीते 10 महीनों में लगभग 1,000 डाक निर्यात केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो छोटे कारोबारियों और उद्यमियों को वैश्विक बाजार से जोड़ने में मदद कर रहे हैं।
भारतीय डाक – "दुनिया की खिड़की":
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मंत्री ने कहा कि भारतीय डाक अब केवल एक सेवा नहीं, बल्कि आम नागरिकों के लिए वैश्विक मंच बन रहा है।
यह विशेष पॉडकास्ट आज शाम आकाशवाणी के यूट्यूब चैनल – NEWSONAIR OFFICIAL पर प्रसारित किया जाएगा।