शिमला, 11 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने आगामी 17 जुलाई तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी बारिश की आशंका जताते हुए कई स्थानों पर येलो अलर्ट घोषित किया है। शुक्रवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में जहां भारी बारिश से राहत मिली, वहीं राजधानी शिमला और आसपास के इलाकों में बादलों के बीच हल्की धूप भी देखने को मिली और कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश भी होती रही। मौसम विभाग के अनुसार 12 जुलाई को शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा, 13 जुलाई को मंडी, बिलासपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है, जबकि 14 जुलाई को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में और 15 जुलाई को चम्बा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर में येलो अलर्ट रहेगा।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान सबसे ज्यादा वर्षा मंडी जिले के पंडोह में 50 मिमी रिकॉर्ड की गई, वहीं बिलासपुर, गोहर, सुंदरनगर और मंडी शहर में 40-40 मिमी बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के चलते प्रदेश में जनजीवन पर भी व्यापक असर पड़ा है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार शुक्रवार शाम तक भूस्खलन और अन्य कारणों से 184 सड़कें बंद हो चुकी हैं, 111 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं और 791 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक नुकसान हुआ है जहां 143 सड़कें, 107 ट्रांसफार्मर और 185 पानी की योजनाएं बंद पड़ी हैं, जबकि कांगड़ा जिले में भी 606 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। मानसून सीजन में अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 92 लोगों की मौत हो चुकी है, 33 लोग लापता हैं और 172 लोग घायल हुए हैं। इस दौरान करीब एक हज़ार कच्चे-पक्के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, साथ ही 184 दुकानें और 779 गौशालाएं भी तबाह हो चुकी हैं। प्रदेश को अब तक करीब 751 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान जलशक्ति विभाग को 408 करोड़ रुपये और लोक निर्माण विभाग को 327 करोड़ रुपये का हुआ है।