ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने इस वर्ष के 34 मैत्री अनुदान, फैलोशिप और छात्रवृत्तियों की घोषणा की है। इन पुरस्कारों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच तकनीक, व्यापार, शिक्षा और संस्कृति जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना है।
रविवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में पेनी वोंग ने कहा कि ये पहल ऑस्ट्रेलिया-भारत संबंध केंद्र द्वारा संचालित की जा रही है और इसका मकसद जनसंपर्क, ज्ञान-विनिमय और आपसी समझ को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा:
"ऑस्ट्रेलिया और भारत के संबंध आज पहले से कहीं अधिक घनिष्ठ और महत्वपूर्ण हैं।"
विदेश मंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि दोनों देश रक्षा, व्यापार, शिक्षा और प्रौद्योगिकी जैसे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में तेजी से सहयोग बढ़ा रहे हैं, जो दोनों देशों के भविष्य की समृद्धि और सुरक्षा के लिए अहम हैं।
यह कदम उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत ऑस्ट्रेलिया हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ अपने संबंधों को सुदृढ़ कर वैश्विक स्तर पर एक स्थिर और समावेशी साझेदारी को बढ़ावा देना चाहता है।