गाज़ा पट्टी में स्थिति और अधिक भयावह होती जा रही है। गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में इज़राइल द्वारा किए गए हमलों में कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 208 लोग घायल होकर अस्पतालों में भर्ती किए गए हैं। मंत्रालय ने चेतावनी दी कि कुछ पीड़ित अभी भी मलबे के नीचे और सड़कों पर फंसे हुए हैं, जहाँ बचाव और नागरिक सुरक्षा टीमें अब तक नहीं पहुँच सकी हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 से अब तक गाज़ा में 57,882 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 1,38,095 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
इस लंबे संघर्ष की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को उस समय हुई जब गाज़ा से हमास ने इज़राइल पर एक अभूतपूर्व रॉकेट हमला किया। इसके साथ ही हमास के लड़ाकों ने इज़राइल के सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ कर लगभग 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था। इज़राइली अधिकारियों के अनुसार, उस हमले में करीब 1,200 नागरिकों की जान गई।
इसके जवाब में, इज़राइल ने “ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड्स” (Iron Swords) शुरू किया और गाज़ा पट्टी की पूरी तरह से नाकाबंदी कर दी, जिससे वहाँ ईंधन, खाद्य सामग्री, दवाओं और चिकित्सा सेवाओं की भारी कमी हो गई।
मानवीय संकट गहराया
गाज़ा में काम कर रहे अंतरराष्ट्रीय सहायता संगठनों और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि हालात तेजी से मानवीय आपदा की ओर बढ़ रहे हैं। बिजली और स्वच्छ पानी की लगातार कमी, अस्पतालों में संसाधनों का अभाव और मलबे में दबे लोगों तक न पहुँच पाना, संकट को और भयावह बना रहे हैं।
कूटनीतिक प्रयास ठप
हालाँकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संघर्षविराम की अपीलें होती रही हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान या विराम सामने नहीं आया है। स्थिति को देखते हुए यह स्पष्ट है कि इस संघर्ष का सीधा प्रभाव नागरिकों की ज़िंदगियों पर पड़ रहा है, और तत्काल मानवीय हस्तक्षेप की आवश्यकता है।