भोपाल, 26 अप्रैल – मध्य प्रदेश को तकनीकी नवाचार और डिजिटल विकास का नया केंद्र बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए, ‘एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025’ का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार, 27 अप्रैल को इंदौर स्थित ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में करेंगे। यह राज्य का पहला पूर्णतः सेक्टर आधारित टेक्नोलॉजी कॉन्क्लेव होगा, जिसमें देश-दुनिया के नामी टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ, उद्योगपति, नीति निर्माता और निवेशक हिस्सा लेंगे।
कॉन्क्लेव में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया जैसी दिग्गज टेक कंपनियों के प्रतिनिधि और 300 से अधिक तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन हाल ही में भोपाल में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में मिले निवेश प्रस्तावों को ज़मीन पर उतारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
जनसंपर्क अधिकारी सोनिया परिहार ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री इस अवसर पर राज्य की चार नई तकनीकी नीतियों – ग्लोबल कैप्टिव सेंटर (GCC) नीति, ड्रोन नीति, सेमीकंडक्टर नीति और एवीजीसी-एक्सआर नीति की गाइडलाइन्स जारी करेंगे। ये नीतियां राज्य में नवाचार, अनुसंधान और तकनीकी उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तैयार की गई हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव कॉन्क्लेव में कई अन्य योजनाओं और परियोजनाओं का भी शुभारंभ करेंगे, जिनमें नए आईटी पार्क, स्किल डेवलपमेंट सेंटर्स, स्टार्ट-अप इन्क्यूबेटर्स का भूमि पूजन, 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' और इन्क्यूबेशन हब की शुरुआत शामिल है। इसके साथ ही, वे प्रमुख निवेशकों के साथ एमओयू और आवंटन-पत्रों पर हस्ताक्षर करेंगे तथा 'इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन पोर्टल' का शुभारंभ करेंगे, जो निवेशकों को परियोजनाओं की रियल-टाइम ट्रैकिंग और एकल खिड़की सुविधा प्रदान करेगा।
कॉन्क्लेव में सेक्टर-विशेष राउंड टेबल मीटिंग्स, सूचना प्रौद्योगिकी सलाहकार बोर्ड के साथ वर्चुअल संवाद और मुख्यमंत्री की टेक-लीडर्स के साथ वन-टू-वन बैठकें भी आयोजित की जाएंगी।
‘एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025’ मध्य प्रदेश को भविष्य के डिजिटल भारत में अग्रणी राज्य बनाने और निवेश को व्यवहारिक रूप देने की दिशा में एक निर्णायक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
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