प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार परिक्रमा - अयोध्या में उमड़ा श्रद्धालुओं का सागर
अयोध्या, 10 नवंबर । कार्तिक मास की नवमी तिथि पर लाखों श्रद्धालु 14 कोसी परिक्रमा कर रहे हैं। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार 14 कोसी परिक्रमा करने को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। यही वजह है कि लगभग बीस लाख से अधिक श्रद्धालु परिक्रमा कर रहे हैं।
मुहूर्त के अनुसार शनिवार शाम 6 बजकर 32 मिनट पहले परिक्रमा आरंभ कर दी गई थी। अगले दिन मुहूर्त अनुसार रविवार दोपहर बाद 4:44 बजे तक यह परिक्रमा चलेगी।परिक्रमा क्षेत्र में लाखों श्रद्धालु रामनाम संकीर्तन और लोक गीतों के साथ परिक्रमा कर रहे हैं।
बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। परिक्रमा मार्गों पर बड़ी संख्या में पुरुष व महिला पुलिस कर्मियों के साथ सादी वर्दी में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही ड्रोन से पूरे मेले की निगरानी की जा रही है। परिक्रमा एटीएस की निगरानी में शुरू हुई है और खास भीड़भाड़ वाले स्थान परिक्रमा पथ पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं।
रविवार से शुरू हुए कार्तिक परिक्रमा मेले में इस बार भारी संख्या में श्रद्धालु परिक्रमा के लिए उमड़े हैं। प्रशासन ने जगह-जगह पर खोया-पाया कैम्प लगाए हैं।
क्या है धार्मिक मान्यताधार्मिक मान्यता है कि 14 कोसी परिक्रमा यानी 42 किलोमीटर की परिक्रमा को पूरा करने पर सात जन्मों का पुण्य प्राप्त होता है। अत्यंत प्राचीन और ऐतिहासिक परिक्रमा का आयोजन आज भी अपनी परंपरा के मुताबिक होता है।
यहां से उठी है 14 कोसी परिक्रमा मार्गनाका हनुमान गढ़ी, नयाघाट, हनुमान गुफा, दीनबंधु नेत्र चिकित्सालय चौराहा, श्री सीताराम आरोग्य निकेतन, रामायणम् आश्रम, श्री रामाज्ञाश्रम, कारसेवक पुरम, श्री सीताराम आश्रम, धूनीवाले बाबा, श्रीरामजन्मभूमि कार्यशाला राम-घाट चौराहा, मानस भवन, श्री हरिधाम महादेवा मंदिर आदि 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के प्रमुख स्थल हैं।
कंट्रोल रूम में दे सकते हैं सूचना14 कोसी परिक्रमा मेला से जुड़ी किसी भी प्रकार की सूचना-जानकारी कंट्रोल रूम में दी/ली जा सकती है। कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर 9120989195 व 05278-232043, 232044, 46, 47 है। साथ ही मेला सहायक कौशल किशोर श्रीवास्तव से मोबाइल नंबर 9454402642 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
जगह-जगह हैं सेवा शिविरपूरे परिक्रमा पथ पर संगठनों के शिविर हैं ।चाय-नाश्ते के साथ अल्पाहार की व्यवस्था है। श्रद्धालु परिक्रमा में इन व्यवस्था का लाभ ले रहे हैं।