पाकिस्तान में कई मानवाधिकार संगठनों ने बलूचिस्तान के विभिन्न जिलों से पाकिस्तानी सेना द्वारा छह बलूच युवाओं को जबरन गायब किए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार विभाग, पांक ने यह घटना पिछले दो दिनों में बलूचिस्तान में बढ़ती हुई जबरन गायब किए जाने की प्रवृत्ति के बीच हुई बताई है। मानवाधिकार संगठनों ने कहा है कि ये अपहरण बलूच युवाओं को लक्षित कर किए जा रहे संगठित उत्पीड़न की एक गंभीर और खतरनाक प्रवृत्ति को दर्शाते हैं।
इसके अलावा, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कल पंजगुर जिले में बलूच यकजेहती समिति (BYC) के एक सदस्य की न्यायेतर हत्या के खिलाफ विरोध रैली भी आयोजित की। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने हाल ही में जारी प्रेस विज्ञप्ति में देश में बढ़ते दमन और उत्पीड़न का चिंताजनक चित्र प्रस्तुत किया है, जिसमें बताया गया है कि मानवाधिकार रक्षक अब पाकिस्तान में काम करना बेहद जोखिम भरा मान रहे हैं।
मानवाधिकार संगठनों ने सभी हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं की बिना शर्त रिहाई, बलूचिस्तान समेत पूरे पाकिस्तान में जबरन गायब किए जाने और न्यायेतर हत्याओं को रोकने, तथा सभी क्षेत्रों में लोकतांत्रिक अधिकारों की बहाली के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया है।