घाना ने खाद्य आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए भारत के सहयोग से जलवायु-अनुकूल गेहूं पहल की शुरुआत की है। इस परियोजना को भारत की अरिमा फ़ार्म्स और घाना के सीएसआईआर-फसल अनुसंधान संस्थान के साथ मिलकर शुरू किया गया है।
घाना हर साल 400 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि गेहूं आयात पर खर्च करता है। इस पहल का उद्देश्य देश की आयात निर्भरता को कम करना और स्थानीय स्तर पर टिकाऊ गेहूं उत्पादन को बढ़ावा देना है।
अरिमा फ़ार्म्स की प्रबंध निदेशक सालाई मणिकम ने बताया कि यह परियोजना दक्षिण-दक्षिण सहयोग के माध्यम से कृषि नवाचार को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने यह भी साझा किया कि कई घानावासी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व शैली से प्रभावित हैं और उसे प्रेरणा के रूप में देखते हैं।
यह पहल भारत-घाना सहयोग का एक नया अध्याय है, जो दोनों देशों के बीच रणनीतिक और कृषि संबंधों को और मजबूत करेगा।