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डॉ. आरएमएल अस्पताल में रोबोटिक स्कैनिंग लेज़र और डीप ऑस्सीलेशन थेरेपी यूनिट की शुरुआत

Date : 08-Sep-2025

नई दिल्ली, 8 सितंबर। अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान (एबीवीआईएमएस) और डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल (डॉ. आरएमएल) अस्पताल में सोमवार को पुराने दर्द, गठिया के इलाज में उपयोगी रोबोटिक स्कैनिंग लेज़र और

डीप ऑस्सीलेशन थेरेपी यूनिट की शुरुआत की गई। विश्व फिजियोथेरेपी सप्ताह के आयोजन के तहत दोनों केन्द्रों का उद्घाटन डॉ. आर.एम.एल. अस्पताल के निदेशक डॉ. अशोक कुमार ने किया। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विवेक दीवान और फिजियोथेरेपी विभाग की प्रमुख डॉ. पूजा सेठी मौजूद थीं।

रोबोटिक स्कैनिंग लेज़र थेरेपी यूनिट में लगी मशीन 20 वॉट की शक्ति से गहरे ऊतकों (टिशू) तक असर करती है और दर्द एवं सूजन में राहत देती है।

रोबोटिक प्रणाली से इलाज समान और सुरक्षित तरीके से होता है।

गठिया, खेल चोट, पुराना दर्द और नसों की समस्याओं में उपयोगी है। साथ ही डीप ऑस्सीलेशन थेरेपी यूनिट

यह तकनीक ऊतकों में हल्की तरंगें पैदा करती है।

ऑपरेशन के बाद की देखभाल, सूजन और दर्द कम करने में प्रभावी है। साथ ही, लसीका जल निकासी और पुरानी तकलीफ़ों के इलाज में मददगार

भी है।

इस मौके पर एबीवीआईएमएस के निदेशक

डॉ. अशोक कुमार (निदेशक) ने विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपी केन्द्र बुजुर्गों की सेहत संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इन दोनों उत्कृष्ट केन्द्रों के शुरू होने से लोगों को बड़ी संख्या में लाभ होगा। डॉ. पूजा सेठी (प्रमुख, फिजियोथेरेपी विभाग) ने कहा कि फिजियोथेरेपी केवल इलाज नहीं बल्कि बीमारियों से बचाव और स्वस्थ जीवन जीने का एक साधन भी है।

यह आयोजन और नई तकनीक का शुभारंभ अस्पताल की पुनर्वास सेवाओं को और मज़बूत बनाएगा, जिससे मरीजों को आधुनिक उपचार का लाभ मिल सकेगा।

उल्लेखनीय है कि डॉ. आरएमएल में विश्व फिजियोथेरेपी सप्ताह का आयोजन किया गया। डॉ. पूजा सेठी (प्रमुख, फिजियोथेरेपी विभाग) के नेतृत्व में 1 से 8 सितम्बर 2025 तक विश्व फिजियोथेरेपी सप्ताह का सफल आयोजन किया गया। इस साल की थीम “स्वस्थ वृद्धावस्था– फिजियोथेरेपी और शारीरिक गतिविधि की भूमिका”

थी। इसका उद्देश्य बुजुर्गों में गिरने से बचाव, चलने-फिरने की क्षमता को बेहतर बनाना और उनकी समग्र सेहत को बनाए रखना रहा।

 
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