प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हिमाचल प्रदेश और पंजाब का दौरा करेंगे, जहां वे बाढ़ की वर्तमान स्थिति का आकलन करेंगे और दोनों राज्यों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा करेंगे।
प्रधानमंत्री दोपहर को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के धर्मशाला पहुंचेंगे। वहां वे राज्य अधिकारियों के साथ उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे और आपदा प्रभावित स्थानीय लोगों से संवाद करेंगे। मोदी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आपदा मित्र टीमों के कर्मियों से भी मिलेंगे और बाढ़ एवं भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
प्रधानमंत्री के हिमाचल दौरे की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, और धर्मशाला व आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। गग्गल हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एवं मंत्रिमंडल सदस्य उनका स्वागत करेंगे। इस दौरान राज्य सरकार आपदा से हुए नुकसान का विस्तृत प्रस्तुतिकरण प्रधानमंत्री को देंगे, ताकि उचित राहत पैकेज जारी किया जा सके।
हिमाचल प्रदेश के बाद प्रधानमंत्री पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई सर्वेक्षण करेंगे। वे शाम करीब 4:15 बजे गुरदासपुर पहुंचेंगे, जहां वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करेंगे और प्रभावित लोगों तथा राहत कर्मियों से बातचीत करेंगे। इस सीधी समीक्षा का उद्देश्य दोनों राज्यों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों की प्रभावी निगरानी करना है।
पंजाब में दशकों की सबसे भीषण बाढ़ से 15 जिलों के 3.87 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, 1.84 लाख हेक्टेयर फसल नष्ट हो चुकी है, और 23,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। बाढ़ में अब तक 51 लोगों की मृत्यु हुई है, जिनमें अमृतसर, पठानकोट, होशियारपुर और बरनाला प्रमुख रूप से प्रभावित हैं।
पर्यावरणविद् और राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बाढ़ से निपटने के लिए प्रकृति के करीब रहने और नदियों को उनके प्राकृतिक प्रवाह के लिए छोड़ देने पर जोर दिया है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए समाज को सतर्क रहने की सलाह दी है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा बाढ़ प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना और राहत कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।