अयोध्या, 19 नवंबर। श्रीजानकी महल ट्रस्ट वासुदेवघाट, अयाेध्या धाम के ट्रस्टी आदित्य सुल्तानिया ने बुधवार काे प्रेसवार्ता में बताया कि जानकी महल में भगवान श्री सीताराम के विवाह महाेत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में है। जिसमें देश के लगभग सभी प्रांताें से भक्तगण सम्मिलित हाे रहे हैं। भक्तजनों का उल्लास अपने चरमाेत्कर्ष पर है। भगवान श्री सीताराम के विवाहाेत्सव काे हम विवाह पंचमी के नाम से भी जानते हैं। जानकी महल में पांच दिनाें अर्थात आगामी 22 नवंबर से लेकर 26 नवंबर तक सीताराम विवाहाेत्सव का कार्यक्रम चलेगा। इसी क्रम में 22 नवंबर शनिवार काे सुबह 9 बजे श्रीरामार्चा महायज्ञ और सायंकाल 8 बजे गणेश पूजन संग सीताराम विवाह महाेत्सव का दिव्य-भव्य शुभारंभ हाे जायेगा। इसी दिन सायं 6 बजे माेहन सदन मंच में तीन दिवसीय रामलीला का मंचन शुरू हाेगा, जिसका 24 नवंबर तक मंचन किया जायेगा। अगले दिन 23 नवबंर रविवार को मध्यान्ह 2 बजे से फुलवारी लीला। उसके बाद सायं 4 बजे से वैवाहिक गीत का कार्यक्रम है। 24 नवंबर साेमवार काे प्रात: 10 बजे से हल्दी, तिलक एवं मेंहदी का कार्यक्रम है। इसी दिन सायं 8 बजे से बिनाैरी नेग का कार्यक्रम है। 25 नवंबर मंगलवार को भगवान श्री सीताराम विवाहाेत्सव अर्थात विवाह पंचमी का मुख्य पर्व है। इस दिन सुबह 9 बजे न्याैछावरी नेग, उसके बाद मुकलावा नेग। फिर घुड़चढ़ी (बारात प्रस्थान) और विवाहाेत्सव का कार्यक्रम है। 26 नवंबर काे रात्रि 8 बजे छप्पन भोग और कुंवर कलेवा का कार्यक्रम है। उसके बाद पंच दिवसीय भगवान श्री सीताराम के विवाहाेत्सव का समापन हाे जायेगा। उन्होंने बताया कि जानकी महल में सीताराम विवाह महाेत्सव की तैयारियों काे बहुत ही व्यापक रूप दिया जा रहा है। जहां विवाहाेत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। जानकी महल से 25 नवंबर काे रात्रि 8 बजे के बाद गाजे-बैंड बाजे, घाेड़े-बग्घी संग सुभव्य राम बारात निकाली जायेगी। जाे रामनगरी के मुख्य मार्गाें से हाेते हुए पुनः अपने गंतव्य जानकी महल काे वापस लाैटेगी। उसके बाद वहां विवाहाेत्सव से संबंधित अन्य रस्में पूरी की जायेंगी। महल में पूरी रात्रि विवाहाेत्सव का कार्यक्रम चलता रहेगा। जानकी महल में दशरथ दुलारे श्रीराम एवं जनक दुलारी श्रीकिशोरी जी दूल्हा-दुल्हन के रूप में विवाह मण्डप में पधारेंगे।
सिय-पिय का यह मिलन महोत्सव सबको धन्याति धन्य बनायेगा। इस मधुर संयोग को देख मन विभोर होकर स्वतः कहेगा- बरनत छवि जंह तंह सब लाेगू। अवसि देखिये देखन जाेखू।। इस बार का सीताराम विवाहाेत्सव बेहद ही खास है। 25 नवंबर काे हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीराममंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करने आ रहे हैं। आदित्य सुल्तानिया ने बताया कि श्रीअवध धाम में श्रीजानकी महल ट्रस्ट का एक विशिष्ट स्थान है, जिसकी स्थापना 1943 में हुई। यह किशोरी जी का महल है। जहां प्रभु श्रीराम जमाई राजा के रूप में विराजमान हैं और इसी रूप में उनकी पूजा हाेती है। जानकी महल में समस्त उत्सवों की सेवा मिथिला पद्धति से की जाती है। मिथिला गायन पद्धति से अष्टायाम भावपूर्ण सेवा श्रीसीताराम जी की प्रतिदिन होती है। यहां की विशिष्ट सेवा श्रीअयोध्या में अपनी अलग पहचान रखती है और जनमानस काे आकर्षित करती है। जहां अखण्ड श्री सीताराम नाम का संकीर्तन एवं हनुमान चालीसा का पाठ निरन्तर चलता है। गरीब निःसहाय लोगों के लिए अन्नक्षेत्र एवं धर्मार्थ चिकित्सालय ट्रस्ट की ओर से संचालित है । यहां निःसहाय गरीब रोगियों को मुफ्त चिकित्सा एवं दवा उपलब्ध कराई जाती है। जहां गरीबों को प्रतिदिन भोजन दिया जाता है व गौ सेवा बृहद रूप से होती है तथा गौशाला की उत्कृष्ट व्यवस्था ट्रस्ट द्वारा संचालित की जाती है। उन्हाेंने बताया कि आज जानकी महल ट्रस्ट का एक नया लाेगाे भी लांच किया गया है।
