फतेहपुर, 19 नवम्बर । उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में बुधवार को किसान दिवस का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में किया गया। किसानों की समस्याओं व मांगों के निस्तारण के मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए।
किसान दिवस के आयोजन के बाद प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त के हस्तान्तरण का लाइव प्रसारण एवं प्रधानमंत्री का उद्बोधन का लाइव प्रसारण बैठक में उपस्थित अधिकारी व कृषकाें के द्वारा देखा व सुना गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने उप कृषि निदेशक को एग्री स्टैक योजना, पराली को न जलाने का व्यापक प्रचार-प्रसार कृषकों के मध्य किये जाने के निर्देश दिये। साथ ही कृषकों से अपील भी की गयी कि कृषक पराली न जलाये, कृषकों के पास अनुपयोगी पराली को निकटतम गौशालाओं को 02 ट्राली पराली दान कर निःशुल्क 01 ट्राली गोबर की खाद प्राप्ति का कृषक लाभ उठायें। कृषक कम्बाईन हार्वेस्टर से धान फसल की कटाई एसएमएम लगे कम्बाइन हार्वेस्टर से ही कटाई कराये।
कृषकों के द्वारा रबी सत्र में पर्याप्त उर्वरक उपलब्धता कराये जाने की मांग की गई। भारतीय किसान यूनियन द्वारा मलवां में धान क्रय केन्द्र की स्थापना की माँग की गयी। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सम्बन्धित विभागध्यक्षों को कृषकों द्वारा किसान दिवस में उपलब्ध कराये गये प्रार्थना पत्रों का संज्ञान लेकर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
उप कृषि निदेशक सत्येद्र सिंह द्वारा कृषकों से धान फसल की पराली को न जलाने, पराली प्रबन्धन करने व पराली को निकटतम गौशालाओं को दान करने की अपील की गयी। पराली के प्रबन्धन के लिए उन्नतशील कृषि यंत्र जैसे सुपरसीडर, हैप्पी सीडर आदि का प्रयोग कर पराली प्रबन्धन किये जाने तथा फार्मर रजिस्ट्री को कराये जाने की अपील की गयी।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा० वेदवृत्त गंगवार द्वारा पशुपालन विभाग में संचालित बकरी, पशुपालन, भेडपालन, मुर्गी पालन आदि योजना तथा अनुदान के बारे में विस्तार से कृषकों को विस्तार से जानकारी दी गई।
जिला कृषि अधिकारी नरोत्तम कुमार ने रबी सत्र की बुआई के लिए उर्वरक उपलब्धता के बारे में कृषकों को आश्वस्त करते हुए बताया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है, समितियों की मांग के अनुरूप उर्वरक समितिवार भेजी जा रही है।
जिला उद्यान अधिकारी डॉ० रमेश पाठक द्वारा कृषकों की मांग पर केला की टिश्यू कल्चर लैब की जिले में स्थापना कराये जाने के सम्बन्ध में बताया गया कि जनपद से टिश्यूकल्चर लैब की स्थापना का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है, शीघ्र ही टिश्यूकल्चर लैब की स्थापना के उपरान्त कृषकों की कृषकों की आय में वृद्धि होगी।
साथ ही जिला उद्यान अधिकारी द्वारा साकभाजी, मसाले, बागवानी आदि की वैज्ञानिक खेती करने एवं विभागीय अनुदान के बारे में कृषकों को बताया गया।
बैठक में उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, अधिशाषी अभियन्ता, सिंचाई अग्रणी जिला प्रबन्धक, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी, बिन्दकी, भूमि संरक्षण अधिकारी सहित प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।
