झुंझुनू, 19 नवंबर । राजस्थान में चल रही मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के तहत झुंझुनू जिले में इस साल 50 हजार पशुओं का निशुल्क बीमा किया जाएगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन 21 नवंबर से शुरू होंगे जबकि 1 दिसंबर से ग्रामीण स्तर पर विशेष बीमा शिविर लगाए जाएंगे। विभाग का दावा है कि इस बार पूरी प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया गया है, ताकि पशुपालकों को बार-बार दौड़ना न पड़े और पॉलिसी समय पर जारी हो सके।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक शिव कुमार राज्य में योजना के तहत इस वर्ष झुंझुनू जिले की 8 तहसीलों में कुल 50 हजार पशुओं का बीमा किया जाएगा। इनमें 15 हजार गाय,18 हजार भैंस, 12 हजार भेड़, 3 हजार बकरी, करीब 2000 ऊंट शामिल होंगे। इस बार पशुपालक अपने एंड्रॉयड फोन से खुद रजिस्ट्रेशन कर पाएंगे। इसके लिए जनाधार कार्ड जरूरी रहेगा। रजिस्ट्रेशन के दौरान पशुपालक और पशु की फोटो अपलोड करनी होगी। पशु का ईयर टैग नंबर भरना होगा। जनाधार से जुड़ा मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। रजिस्ट्रेशन की सुविधा ई-मित्र केंद्रों और शिविरों में भी उपलब्ध रहेगी। इस बार एक जनाधार कार्ड से 1 की बजाय 10 ऊंटों का बीमा कराया जा सकेगा। इससे पॉलिसी एक सप्ताह के भीतर जारी होने की उम्मीद है। जिन पशुपालकों की लॉटरी पहले निकल चुकी है और सर्वे हो चुका है लेकिन पॉलिसी लंबित है उन्हें भी इसी प्रक्रिया से लाभ मिलेगा।
पॉलिसी जारी होने के बाद 21 दिन का ग्रेस पीरियड रहेगा। इस दौरान मौत का दावा स्वीकार नहीं होगा। इसके बाद यदि पशु की मृत्यु होती है, तो तुरंत जानकारी देनी होगी। जिन पशुओं का बीमा पहले से वैध है, उन्हें दोबारा कवर नहीं किया जाएगा। वे स्वतः इस योजना में शामिल माने जाएंगे। संयुक्त निदेशक शिव कुमार ने पशुपालकों से अपील की है कि वे जनाधार से जुड़े बैंक खाते और मोबाइल नंबर अपडेट करवा लें। योजना पूरी तरह “पहले आओ-पहले पाओ” आधार पर चलेगी। जो पशुपालक जल्दी पंजीकरण करवाएंगे, उन्हें प्राथमिकता मिलेगी। पंजीकरण मार्च तक जारी रहेंगे, जबकि बीमा शिविरों से सर्वे और पॉलिसी प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। जिन ग्रामीणों को मोबाइल चलाना नहीं आता वे शिविरों में आसानी से पंजीकरण करा सकेंगे। ई-मित्र संचालक और बीमा एजेंट मौके पर ही पोर्टल पर फार्म भर देंगे।
