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क्षीरपाई नगरपालिका में नेतृत्व परिवर्तन पर घमासान

Date : 19-Nov-2025

 
घाटाल, 19 नवंबर ।
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के क्षीरपाई नगरपालिका में नए चेयरमैन और वाइस चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर तृणमूल कांग्रेस के भीतर ही असहमति गहराती जा रही है। दलीय आदेश का पालन करते हुए मौजूदा चेयरमैन तथा वाइस चेयरमैन ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया, परंतु उत्तराधिकारी तय करने की प्रक्रिया शुरू होते ही विवाद सामने आ गया है।

गत सात नवंबर को घाटाल पहुंचकर तृणमूल के घाटाल संगठनात्मक जिला अध्यक्ष अजीत माईति ने पार्टी नेतृत्व के निर्देश के तहत घाटाल नगरपालिका के वाइस चेयरमैन तथा क्षीरपाई नगरपालिका के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन को पद त्यागने का आदेश दिया था। आदेश के अनुरूप संबंधित पदाधिकारियों ने तुरंत इस्तीफ़ा सौंप भी दिया। घाटाल नगरपालिका में नया वाइस चेयरमैन कार्यभार संभाल चुके हैं, पर क्षीरपाई नगरपालिका में स्थिति अब भी जटिल बनी हुई है।

पार्टी ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि वार्ड 10 के पार्षद विकास दास को चेयरमैन तथा वार्ड दो की पार्षद पापिया पांजा राय को वाइस चेयरमैन बनाया जाएगा। लेकिन आदेश के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी दोनों ने पदभार ग्रहण नहीं किया है। नगरपालिका के दैनिक कार्यों में इससे बाधा उत्पन्न हो रही है।

नगरपालिका सूत्रों के अनुसार, पार्टी द्वारा प्रस्तावित चेयरमैन विकास दास को लेकर कई पार्षदों में असहमति है। आरोप है कि अधिकांश पार्षद संयुक्त रूप से जिलाध्यक्ष अजीत माईति से मिलकर चेयरमैन बदलने की मांग भी कर चुके हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अजीत माईति ने कहा, “क्षीरपाई नगरपालिका के कुछ पार्षद मुझसे मिलने आए थे। मैंने उन्हें स्पष्ट कह दिया कि पार्टी का निर्णय बदला नहीं जाएगा। राज्य नेतृत्व का निर्देश ही अंतिम होगा।” उन्होंने बताया कि शीघ्र ही नए चेयरमैन–वाइस चेयरमैन कार्यभार ग्रहण करेंगे, तिथि राज्य नेतृत्व तय करेगा।

दूसरी ओर, कई पार्षदों का आरोप है कि विकास दास पहले भाजपा के क्षीरपाई मंडल समिति के सदस्य रहे हैं और उन्हें नगरपालिका संचालन का अनुभव नहीं है। पहली बार पार्षद बने विकास दास के आचरण पर भी प्रश्न उठाए जा रहे हैं।

वहीं, प्रस्तावित वाइस चेयरमैन पापिया पांजा राय ने कहा, “पार्टी का सिद्धांत था कि पदभार प्रदर्शन के आधार पर तय होगा। मैंने सबसे अधिक वोट हासिल किए, जबकि जिन्हें चेयरमैन बनाया जा रहा है, वे अपने वार्ड में पराजित हुए थे। ऐसे में मुझे चेयरमैन न बनाए जाने का क्या तर्क है? मैंने यह बात नेतृत्व को बता दी है। यदि चेयरमैन नहीं बनाया गया तो वाइस चेयरमैन पद भी स्वीकार नहीं करूंगी।”

निवर्तमान चेयरमैन दुर्गाशंकर पाणि ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी जो उचित समझेगी, वही करेगी। वहीं प्रस्तावित चेयरमैन विकास दास का कहना है कि “पार्टी का निर्णय ही अंतिम है।”

 
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