देहरादून, 28 नवंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का तीन दिवसीय 71 वां राष्ट्रीय अधिवेशन आज से ज्ञान, साधना, संस्कार की द्रोणनगरी देहरादून में शुरू हो रहा है। अधिवेशन में मुख्य अतिथि इसरो के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ होंगे। अधिवेशन में देश भर के विभिन्न प्रांतों से लगभग 1500 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। समाज, शिक्षा, पर्यावरण, सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन मंथन के पश्चात प्रस्ताव होंगे। इस मौके पर भारतीय संस्कृति के अनुरूप भारतीय युवाओं का मानस बने और समाज परिवर्तन का 'युवा' वाहक बने इस पर मंथन किया जाएगा। अधिवेशन 30 नवंबर तक चलेगा।
देहरादून के परेड ग्राउंड में बसाए गए भगवान बिरसा मुंडा नगर में पूर्वाह्न 11:45 बजे अधिवेशन का शुभारंभ होगा। इसरो के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ अधिवेशन में मुख्य अतिथि और और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजकिशोर तिवारी अध्यक्षता करेंगे। परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी की विशेष उपस्थिति रहेगी। आज उद्घाटन सत्र और भाषण होंगे। दूसरे दिन शोभायात्रा एवं खुला अधिवेशन और सांस्कृतिक कार्यक्रम, तीसरे दिन रविवार को प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार समारोह और आगामी कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उपस्थित रहेंगे।
अधिवेशन के दौरान शिक्षा, समाज, पर्यावरण, सेवा, खेल, तकनीकी जैसे महत्वपूर्ण समसामयिक विषयों पर गहन मनन-चिंतन होगा और प्रस्ताव समिति की ओर से देशभर से प्राप्त विभिन्न सुझावों पर चिंतन करके उन्हें पारित किया जाएगा।जिसमें देशभर से 1500 से अधिक प्रतिनिधि, जिनमें विद्यार्थी, शिक्षक, शिक्षाविद, पूर्णकालिक कार्यकर्ता के साथ भारत के प्रमुख विश्वविद्यालयों के छात्रसंघ पदाधिकारी भी सम्मिलित होंगे।
अधिवेशन के प्रमुख आकर्षण का केंद्र "रानी अब्बक्का प्रदर्शनी होगी। प्रदर्शनी को देखने के लिए शहर भर के 50000 बच्चे आएंगे। रानी अब्बक्का कलश यात्रा, भगवान बिरसा संदेश यात्रा एवं गुरु तेग बहादुर के बलिदान स्थल से पवित्र जल देश के विभिन्न स्थानों से होते हुए अधिवेशन स्थल पहुंचा है। यात्रा में लाए गए जल व मिट्टी के कलशों को प्रांगण में स्थापित किया गया।
देहरादून के परेड ग्राउंड में बसाए गए भगवान बिरसा मुंडा नगर में होने वाले इस राष्ट्रीय अधिवेशन में उत्तराखण्ड की विशिष्ट संस्कृति, स्वंतत्रता सेनानी एवं पुण्यात्माओं को इस परिसर में विशिष्ट स्थान दिया गया है। इससे युवाओं का निश्चित ही राष्ट्र के प्रति समर्पण बढ़ेगा। यह अधिवेशन युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार करेगा और निश्चित ही देशभर से आए प्रतिनिधि यहां चिंतन-मनन के पश्चात अपने क्षेत्रों और शैक्षिक संस्थानों में जाकर राष्ट्र प्रथम के विचार को अग्रणी रख देश हित तथा छात्र हित में काम करेंगे।"
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि अधिवेशन के माध्यम से विद्यार्थी परिषद के कार्य को तेज गति मिलने वाली है। अधिवेशन में आए प्रतिनिधि कार्यकर्ता अपने केंद्रों पर सम्पूर्ण दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ काम कर सभी शैक्षिक संस्थानों एवं समाज तक विद्यार्थी परिषद का संदेश पहुंचाएंगे। एक नई ऊर्जा और दृढ़ संकल्प के साथ विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता आगे बढ़ेंगे और निश्चित रूप में देशभर में छात्रशक्ति तीव्र गति से आगे बढ़ने वाली है।" शैक्षिक, सामाजिक व अन्य क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य किया है।
