कटोच राजवंश के शासकों द्वारा निर्मित कांगड़ा किला हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े किले के रूप में प्रतिष्ठित है। बता दे यह किला लगभग 3500 साल पुराना है, जो हमारे देश में सबसे पुराना है। यह किला अपनी हजारों साल की भव्यता, आक्रमण, युद्ध, धन और विकास का बड़ा गवाह है। भारत के विशाल किले में से एक कांगड़ा किला लगभग 463 एकड़ भूमि में फैला हुआ है जो स्थापत्य सौंदर्य का प्रतीक है।
आप जब भी इस किले की यात्रा पर आयेंगें तो किले के अन्दर संग्रहालय को देख सकेगें है जो 19वीं शताब्दी की कलाकृतियों को प्रदर्शित करता है। अंबिका और लक्ष्मी नारायण के पवित्र मंदिरों के साथ कुछ अन्य मंदिर भी किले के अन्दर स्थित है। साथ ही गढ़ के अन्दर कुल 21 ऐसे भी कुएं हैं, जिनमें से प्रत्येक 4 मीटर गहरा है। हालाँकि अब यह विशाल किला ज्यादातर खंडहर हो चुका है लेकिन एक बार वहाँ खड़े होने वाले शाही ढांचे की परिकल्पना आसानी से की जा सकती है। कांगड़ा किले में जो एक बहुत खूबसूरत संरचना है इसकी छत से भी आपको शानदार नजारा देखने को मिलता है।
भारत के सबसे बड़े किले की सूची में सूचीबद्ध आगरा का किला एक ऐतिहासिक किला है। 1573 के आसपास निर्मित, ऐतिहासिक आगरा का किला 1638 तक मुगल राजाओं का शाही निवास था। यह देश का एकमात्र किला है जहाँ सभी मुगल सम्राट रहते हैं। आगरा का किला 94 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है और यह यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल है। यह विरासत संरचना मूल रूप से इब्राहिम लोदी की थी, लेकिन बाबर ने उसे पानीपत की लड़ाई में हरा दिया और किले पर कब्जा कर लिया।
किले का बाहरी भाग लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है जो राजस्थान से लाया गया था। यह इंडो-सरसेनिक वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है और कलाकारों की कुशल कारीगरी को दर्शाता है। इस किले में दीवानी-ए-आम, दीवानी-ए-खास, मोती मस्जिद और मच्छी भवन जैसे कई प्रभावशाली स्थल हैं साथ ही इस विशाल किले के अन्दर शाही मंडप नगीना और मीना मस्जिद भी स्थित है। अन्य आकर्षणों में कई कोर्ट रूम, शीश महल, एक विशाल उद्यान और जैस्मीन टॉवर भी इस विशाल संरचना में मौजूद हैं।