डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो कि आमतौर पर लाइफस्टाइल से जुड़ी हुई है।
यानी कि आपके सोने-जगने, खाने-पीने, स्ट्रेस और स्मोकिंग का तरीका इस बीमारी को बुलावा दे सकता है। इस बीमारी में शरीर उतना इंसुलिन प्रड्यूस नहीं कर पाती कि शुगर पच जाए और इसके बाद से ये शुगर आपके शरीर में जमा होने लगता है और खुश में मिलकर बाकी अंगों तक पहुंचने लगता है। ये शुगर आपपे पाचन तंत्र, दिल के काम काज और फिर आपकी स्किन, आंख, लिवर और किडनी तक को नुकसान पहुंचा सकता। ऐसे में जरूरी है हम इस बींमारी से बचें और उस उम्र के बारे में जाने जब ज्यादातर लोगों को ये बीमारी हो जाती है।
किस उम्र में सबसे ज्यादा होता है डायबिटीज का खतरा-
National Library of Medicine में प्रकाशित शोध बताती है डायबिटीज के खतरे की शुरूआत असल में 40 की उम्र से होती है। इसके बाद ये स्थिति आगे-आगे तेजी से खराब होने लगती है और फिर उम्र बढ़ने के साथ शुगर मैनेज करना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा American diabetes association का कहना है कि 60 से 75 साल की एज ग्रप वाले लोगों में भी ये बीमारी ज्यादा हो सकती है। सीडीसी का कहना है कि डायबिटीज टाइप-1 बच्चों और 18 साल से कम उम्र में भी पता चल सकता है लेकिन, 30 से 40 की उम्र में इसका खतरा ज्यादा बढ़ता है।
डायबिटीज और उन्र का क्या है कनेक्शन-
शोध बताती है बढ़ती उम्र, डायबिटीज के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है। इसलिए, युवाओं, मध्यम आयु वर्ग के लोग और बुजुर्गों में ये बीमारी तेजी से फैल रही है। दरअसल, इसे ऐसे समझें कि 30 से 40 एज ग्रुप के लोग सेहत से ज्यादा, अपने दूसरे जीवन में व्यस्त होते हैं। इस दौरान वे ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं और खराब लाइफस्टाइल का का पालन करते हैं। इससे पनेक्रियाज के हेल्दी सेल्स मरने लगते हैं और हार्मोनल गतिविधियां खराब होने लगती हैं। इससे इंसुलित प्रड्यूस कम होता और शरीर शुगर नहीं पचा पाता है।
इसके अलावा जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है पेनक्रियाज के सेल्स और मांसपेशियां डैमेज होने लगती हैं। इससे इसुलिम प्रोडक्शन घटता है। साथ ही उम्र बढ़ने के साथ फिजिकल एक्टिविटी में कमी और पाचन क्रिया का प्रभावित होना भी शुगर मेटाबोलिज्म को खराब कर सकता है जिससे डायबिटीज की समस्या बढ़ सकती है। इसके बाद ये दिल, किडनी, आंख और स्किन तक को प्रभावित करने लगता है। तो, सचेत रहें और डायबिटीज से बचें।
(ये लेख सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)