मुंबई, 22 नवंबर (हि.स.)। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि वीर सावरकर और हिंदुत्व के मुद्दों पर किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता है। संजय राउत ने कहा कि सावरकर ने अंडमान जेल में 10 साल से अधिक समय बिताया। केवल वो ही जान सकते हैं जिन्होंने जेल का अनुभव लिया है कि वह कैसा रहता है। चाहे वह सावरकर हों या नेहरू या नेताजी सुभाष बोस या कोई भी, पुराने समय में वापस जाना और इतिहास को तोड़ना मरोड़ना सही नहीं है।
संजय राऊत ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि उनकी पार्टी हिंदुत्व विचारधारा और सावरकर को लेकर हमेशा कांग्रेस से अलग रहेगी। राहुल गांधी के बारे में पार्टी की ओर से कोई चर्चा नहीं की जाएगी लेकिन गठबंधन समझौते पर चलता है और गठबंधन में हमेशा समझौता होता है। हमें गठबंधन के लिए कांग्रेस का साथ जारी रखना होगा लेकिन हम हिंदुत्व और सावरकर के मुद्दों पर समझौता नहीं करेंगे।
संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र का राजभवन भाजपा का मुख्यालय बन कर रह गया है। अपने लोगों को राज्यपाल बना दिया जाता है लेकिन संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का काम अलग होना चाहिए। इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति को हमेशा लोकतंत्र और संविधान की हत्या न हो इसका ध्यान देना चाहिए। राज्यपाल की कोई पॉलिटिकल पार्टी विचारधारा नहीं होती लेकिन महाराष्ट्र के राज्यपाल छत्रपति शिवाजी महाराज और महात्मा फुले के बारे में अपमानजनक बोलते रहते हैं। राऊत ने कहा कि केंद्र सरकार को ऐसे राजनीतिक विचारधारा वाले राज्यपाल को तत्काल वापस बुला लेना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजबहादुर