केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि विशाखापत्तनम बंदरगाह भारत की आर्थिक वृद्धि में एक रणनीतिक और महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने यह बात आज आंध्र प्रदेश दौरे के दौरान कही, जब वे बिम्सटेक पोर्ट शिखर सम्मेलन के दूसरे संस्करण के उद्घाटन के लिए विशाखापत्तनम पहुंचे।
मंत्री सोनोवाल ने बंदरगाह का दौरा किया और ड्रेजिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया तथा मर्केंटाइल मरीन डिपार्टमेंट से जुड़ी ₹320 करोड़ की लागत वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
उन्होंने जानकारी दी कि विशाखापत्तनम बंदरगाह पिछले 92 वर्षों से सक्रिय है और आज यह कंटेनर पोर्ट प्रदर्शन सूचकांक में विश्व स्तर पर 19वें स्थान पर है। पिछले वित्तीय वर्ष में बंदरगाह ने 82.62 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो का सफलतापूर्वक प्रबंधन किया।
बंदरगाह सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान उन्होंने ज़ोर दिया कि 'बिम्सटेक' (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) के तहत समुद्री क्षेत्र में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना भारत की रणनीतिक प्राथमिकताओं में शामिल है।
यह दौरा और परियोजनाएं भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे के विकास और बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में साझेदारी और संपर्क को मज़बूत करने की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है।