वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार "एक ज़िला, एक उत्पाद (ODOP)" योजना के तहत पहली बार निर्यात करने वालों और नए अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियाँ और दिशानिर्देश जारी करेगी। उन्होंने यह बात नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय ओडीओपी 2024 पुरस्कार समारोह के दौरान कही।
गोयल ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय ज़िला प्रशासन के साथ मिलकर ओडीओपी उत्पादों को वैश्विक बाज़ारों तक पहुँचाने और नवीन निर्यातकों को सहायता देने के लिए मिलकर काम करेगा।
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि भारत के 773 जिलों ने देश की विकास गाथा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वैश्विक अशांति के बीच भारत को उन्होंने “रेगिस्तान में एक नखलिस्तान” बताया और कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है।
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि भारत का बड़ा घरेलू बाज़ार इसकी ताकत है, और सरकार विकसित देशों के साथ आधुनिक व्यापार समझौतों को आगे बढ़ा रही है।
ओडीओपी पहल के अंतर्गत सरकार ने देश भर के 750 से अधिक जिलों से 1,200 से अधिक विशिष्ट उत्पादों की पहचान की है, जो कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, हथकरघा, हस्तशिल्प और अन्य क्षेत्रों से संबंधित हैं।
इस अवसर पर ज़िले, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की तीन श्रेणियों में कुल 34 पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके अलावा, विदेशों में स्थित भारतीय मिशनों के प्रतिनिधियों को भी उनकी भूमिका के लिए सम्मानित किया गया।
आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में, आंध्र प्रदेश हस्तशिल्प विकास निगम के अध्यक्ष हरि प्रसाद ने विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार जीतने पर खुशी ज़ाहिर की और इसे राज्य के कारीगरों की मेहनत का फल बताया।