काठमांडू, 15 जुलाई)। काठमांडू स्थित चीनी दूतावास की ओर से कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए वीजा प्रक्रिया में देरी करने के कारण करीब 5000 से अधिक भारतीय श्रद्धालु काठमांडू में फंसे हुए हैं।
नेपाल में कैलाश मानसरोवर की यात्रा कराने वाले टूरिस्ट और ट्रैकिंग कंपनियों ने चीनी दूतावास से अनुरोध किया है कि वो वीजा प्रक्रिया में देरी किए बिना भारतीय श्रद्धालुओं को कैलाश मानसरोवर की यात्रा को सहज बनाने में मदद करे। भारतीय श्रद्धालुओं को कैलाश मानसरोवर की यात्रा कराने वाले टूर ऑपरेटरों के संगठन एसोसिएशन ऑफ कैलाश टूर ऑपरेटर्स नेपाल के महासचिव प्रदीप पंडित ने बताया कि चीनी दूतावास की तरफ से वीजा प्रक्रिया में विलंब किए जाने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नेपाल और चीन को जोड़ने वाला तातोपानी नाका और रसुवा नाका दोनों ही इस बार बाढ़, बारिश तथा भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं। इस कारण से भी सड़क मार्ग से कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने वाले भारतीय श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। प्रमोद पंडित ने बताया कि इस समय पांच हजार से अधिक भारतीय तीर्थयात्री काठमांडू में ही फंसे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि नेपाल सरकार के माध्यम से तथा स्वयं टूर ऑपरेटर्स भी चीनी दूतावास के अधिकारियों से वीजा प्रक्रिया में देरी नहीं करने के लिए बार-बार आग्रह कर रहे हैं लेकिन चीनी दूतावास की तरफ से सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा है।
नेपाल के विदेश मंत्रालय की तरफ से भी चीनी दूतावास से समन्वय का काम किए जाने की जानकारी दी गई है। विदेश सचिव अमृत राय ने बताया कि वो खुद चीनी राजदूत से मिल कर इस समस्या को यथाशीघ्र समाधान करने के लिए आग्रह कर चुके हैं।