क्या NASA का आर्टेमिस मिशन चांद पर इंसान भेजने में सफल होगा? देरी की वजहें जानें!
Date : 26-Dec-2024
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) लंबे समय से आर्टेमिस मिशन (Artemis Mission) पर काम कर रही है, जिसका उद्देश्य एक बार फिर इंसानों को चांद पर भेजना है। वर्ष 2022 में नासा ने इस मिशन के तहत ओरियन स्पेसक्राफ्ट को चांद के करीब भेजा था। यह स्पेसक्राफ्ट 25 दिनों में सफलतापूर्वक अपना मिशन पूरा कर धरती पर लौटा, हालांकि इसमें कोई क्रू मौजूद नहीं था। नासा ने इसे एक शुरुआती तैयारी बताया था और जल्द ही इंसानों को चांद पर भेजने की योजना बनाई थी।
हालांकि, अब इस मिशन में देरी की खबरें आ रही हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, नासा ने अपने पहले दो मानवयुक्त मून मिशनों को 2026 और 2027 तक स्थगित कर दिया है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब अमेरिका का प्रतिद्वंदी चीन भी अपने अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर भेजने की तैयारियों में जुटा है।
आर्टेमिस 2 और 3 मिशन की स्थिति
स्पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, आर्टेमिस 2 मिशन के तहत तीन अमेरिकी और एक कनाडाई अंतरिक्ष यात्री को भेजने की योजना है। ये अंतरिक्ष यात्री चांद पर नहीं उतरेंगे, बल्कि उसका चक्कर लगाकर लौट आएंगे। यह मिशन सितंबर 2025 में लॉन्च होना था, लेकिन अब इसे अप्रैल 2026 के लिए टाल दिया गया है।
इसके बाद आर्टेमिस 3 मिशन के तहत चांद पर इंसानों को उतारने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इसे भी 2026 के अंत या 2027 के मध्य तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
मिशन में देरी की वजह
आर्टेमिस मिशन की देरी का मुख्य कारण ओरियन स्पेसक्राफ्ट की हीट शील्ड में आई समस्या है। नासा को इस खामी का पता 2022 में चला, जब आर्टेमिस 1 मिशन धरती पर लौटा था।
हीट शील्ड में समस्या क्या है?
नासा के मुताबिक, ओरियन कैप्सूल के वायुमंडल में प्रवेश के दौरान, उसकी हीट शील्ड की बाहरी परत के अंदर गर्मी जमा हो गई। इससे गैसें बनीं, जो शील्ड में फंस गईं और दबाव बढ़ने से बाहरी परत में दरारें पड़ गईं।
सुरक्षा को प्राथमिकता
नासा ने स्पष्ट किया है कि वह अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगी। हालांकि ओरियन स्पेसक्राफ्ट का ही इस्तेमाल जारी रहेगा, लेकिन रीएंट्री के लिए नए ट्रेजेक्टरी विकल्पों पर काम किया जाएगा। मिशन में देरी करके नासा इस तकनीकी समस्या को पूरी तरह हल करना चाहती है, ताकि भविष्य के मिशनों को सुरक्षित और सफल बनाया जा सके।