गोवा भारत के पश्चिमी तट पर स्थित एक छोटा सा राज्य हैं जो अपने सुलभ बंदरगाहों के कारण व्यापारिक रूप से संपन और समृद्ध हुआ हैं। गोवा में रहने वालो लोगो को गोअंस के नाम से जाना जाता है। गोवा में विभिन्न धर्म के लोग हिन्दू, मुस्लिम, इसाई और कैथोलिक का एक खूबसूरत मिश्रण देखने को मिलता हैं। गोवा राज्य के निवासी अपनी पुरानी परम्पराओं को ध्यान में रखते हुए सभी त्यौहार को बहुत ही धूम-धाम से मनाते हैं। गोवा राज्य में छोटे-छोटे गांव में रहे वाले लोग न तो पैसो के लालची हैं और न ही गरीब हैं, वह जो कुछ भी कमाते हैं उसी से अपना जीवन यापन करते हैं। यहां की समृद्ध विरासत और संस्कृति आधुनिक सुधारों से अछूती रही हैं जैसी हमें बड़े शहरों में देखने को मिलती हैं।
गोवा के हस्तशिल्प
गोवा की हस्तशिल्प कला को देखते ही बनता हैं यहां की अर्थव्यवस्था उठती हुयी हैं। स्मारिका यहां के बाजारों में पाए जाने वाले लौकप्रिय आइटम हैं। गोवा के कुसल कारीगर आकर्षित आभूषण, फ्रेम और शोपीस बनाने के लिए समुद्र तट से प्राप्त किए गए गोले और नारियल की खाल का दुवारा उपयोग करते हैं। इसके अलावा गोवा में बेची जाने वाली वस्तुओं में बांस, पीतल, और चांदी के आभूषण शामिल हैं, जोकि बहुत ही खूबसूरती से बनाए जाते हैं और पर्यटक इनकी ओर आकर्षित होते हैं।
गोवा का डांस और म्यूजिक कल्चर
गोवा में नृत्य और संगीत की बात करे तो यहां के लोगो को बहुत अधिक पसंद हैं। गोआंस को कला प्रदर्शन के लिए एक विशेष शौक है जोकि भारत के अन्य राज्यों की तुलना में बहुत अलग है। भारतीय और पश्चिमी गोवा का एक सुंदर मिश्रण गोयन कला के रूपों में देखने को मिलता हैं जिसमे फुगड़ी, ढ्लो और कुणबी शामिल हैं। गोवा राज्य में लोक नृत्य और संगीत का आयोजन दोनों धार्मिक त्योहारों और हंसमुख घटनाओं के लिए किया जाता हैं।