शहर के कोलाहल से दूर स्थित इस झरने की खूबसूरती अपने आप में अनोखा है।
प्रकृति की गोद में कल-कल की ध्वनियों से मन को आनंदित करने वाली कुएंमारी जलप्रपात करीब 300 फीट की ऊंचाइयों से गिरती हैं। जो तीरथगढ़ जलप्रपात के जैसा सीढ़ीनुमा आकृति बनाये हुये, घने जंगलों के बीच में बह रही हैं। प्रकृति का अदभुत दृश्य यहा पर उपस्थित हैं जिसे देखकर पर्यटक के मन को शांति महसूस होता है। यहां पर हर साल लाखो की संख्या लोग में आते हैं।
कुएँमारी जलप्रपात को कोडाकल जलप्रपात भी कहते हैं। यह जलप्रपात बारामासी जलप्रपात हैं, जो पुरे साल भर बहता हैं। हालांकि गर्मी के दिनों में इनका जलस्तर कम हो जाता हैं, किन्तु इनकी खूबसूरती में कमी नहीं आती हैं।
सुदूर अंचल में बसा कुएँमारी जो सुन्दर और घनघोर जंगलों के बीच में बहता हैं। इस जगह में पहुंचने के लिए आपको डरावनी और खूबसूरत केशकाल के पहाड़ी और जंगलो से होकर गुजरना पड़ता हैं। जो आपके जीवन का सुखद अनुभव होगा।
कैसे पहुंचे
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 155 किलोमीटर का सफर तय कर केशकाल में बसे कुएंमारी जलप्रपात का लुत्फ उठा सकते हैं | यहां आने के लिए ट्रेन और फ्लाइट की सुविधा नहीं है, बस से केशकाल पहुंचने के बाद छोटी गाड़ियों के माध्यम से पर्यटक मनोरम झरने के बीच परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने पहुंचते हैं| यहां पहुंचने के लिए नेशनल हाई-वे से 3 किलोमीटर अंदर बटराली गांव तक पहुंचना पड़ता है| बटराली से लगभग 22 किलोमीटर दूर कुएंमारी गांव में कुएंमारी झरना स्थित है|