केदारनाथ/बदरीनाथ धाम| उत्तराखंड के विश्वविख्यात केदारनाथ व बदरीनाथ धाम दीपावली पर फूलों की खुशबू से गमक उठे हैं। रंग-बिरंगी लाइटें अलौकिक छटा बिखेर रही हैं। वहीं आकर्षक सजावट से धामों की दिव्यता विश्व फलक पर श्रद्धालुओं को रिझा रही है। धामों की तस्वीर देख हर किसी का मन मोहित है।
केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में दीपावली पर्व शुक्रवार को उल्लासपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर मंदिरों को फूलों से सजाया गया है तथा रंग-बिरंगे प्रकाश से मंदिर जगमगाते नजर आएं, दिव्यता को चार चांद लगा रहे थे। बदरीनाथ धाम में शाम पांच बजे के बाद प्रदोष काल में महालक्ष्मी पूजन शुरू हुआ। तत्पश्चात कुबेरजी की पूजा-अर्चना व भगवान बदरी विशाल के खजाने की पूजा-अर्चना की गई। वहीं केदारनाथ धाम में भी गणेश पूजन व मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना संपन्न हुई।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय दीपावली के अवसर पर श्रीकेदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना में शामिल हुए। बदरीनाथ धाम में रावल अमरनाथ नंबूदरी, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेदपाठी रविंद्र भट्ट, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, लेखाकार भूपेंद्र रावत, संदेश मेहता आदि मौजूद थे।
तीन नवंबर को बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्रीकेदारनाथ व श्रीबदरीनाथ धाम में दीपावली पर्व धूमधाम से मनाया गया।मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया है। तीन नवंबर को भगवान केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने हैं। दीपावली के अवसर पर भगवान श्रीगणेश की पूजा के अलावा मंदिर गर्भगृह के बाहर परिक्रमा परिसर में श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर में मंदिर समिति तथा हक-हकूकधारियों ने पूजा-अर्चना संपन्न कराई।