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Travel & Culture

गोवा की कला और संस्कृति

Date : 20-Mar-2023

भारत का सबसे छोटा राज्य गोवा किसी परिचय का मोहताज नही हैं। खूबसूरत बीचों से भरा हुआ गोवा राज्य हर साल 63 लाख से अधिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल हुआ है। इसेरोम ऑफ ईस्टके नाम से भी जाना जाता हैं।

गोवा का इतिहास

गोवा के इतिहास में नजर डालने पर हम पाते हैं कि पुर्तगालियों द्वारा उपनिवेशित होने के अलावा भी गोवा राज्य में एक आकर्षक ऐतिहासिक अतीत छुपा हुआ है, जिसका वर्णन तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व की तारीखों में मिलता है। गोवा मौर्य साम्राज्य का एक अभिन्न हिस्सा हुआ करता था क्योंकि यहां के प्रमुख प्राकृतिक बंदरगाह और व्यापक नदी इसका महत्व बढ़ा देती थी। गोवा को सन 1987 में एक स्वतंत्र राज्य का दर्जा दिया गया था। साथ ही साथ गोवा राज्य की क्षेत्रीय भाषा कोंकणी को भारत की आधिकारी भाषाओं में शामिल किया गया था। गोवा राज्य में बहु-सांस्कृतिक प्रभावों के वावजूद भी एक विशिष्ट संस्कृति का दावा प्रस्तुत करता है।

गोयन लाइफ एंड कल्चर


गोवा भारत के पश्चिमी तट पर स्थित एक छोटा सा राज्य हैं जो अपने सुलभ बंदरगाहों के कारण व्यापारिक रूप से संपन और समृद्ध हुआ हैं। गोवा में रहने वालो लोगो को  गोअंस के नाम से जाना जाता है। गोवा में विभिन्न धर्म के लोग हिन्दू, मुस्लिम, इसाई और कैथोलिक का एक खूबसूरत मिश्रण देखने को मिलता हैं। गोवा राज्य के निवासी अपनी पुरानी परम्पराओं को ध्यान में रखते हुए सभी त्यौहार को बहुत ही धूम-धाम से मनाते हैं। गोवा राज्य में छोटे-छोटे गांव में रहे वाले लोग तो पैसो के लालची हैं और ही गरीब हैं, वह जो कुछ भी कमाते हैं उसी से अपना जीवन यापन करते हैं। यहां की समृद्ध विरासत और संस्कृति आधुनिक सुधारों से अछूती रही हैं जैसी हमें बड़े शहरों में देखने को मिलती हैं।

गोवा का खान पान 

गोवा का खान पान बहुत ही अधिक स्वादिष्ट और पोस्टिक होता हैं। पर्यटकों को लुभाने और उनके स्वागत के लिए यदि कोई सबसे अच्छी चीज हैं तो वह उस स्थान का भोजन हैं। यदि भोजन आपके दिल को छू गया तो समझो आपकी यात्रा भी सफल हो गयी। गोवा के भोजन सामग्री में ताजा समुद्री भोजन झींगे, केकड़े, किंगफिश आपको आसानी से मिल जाएंगे। जिसमे मछली करी और चावल यहां का सबसे अच्छा संयोजन माना जाता हैं। गोवा वासियों का एक पसंदीदा भोजन बीफ और पोर्क रोस्ट हैं। इनके अलावा भी गोवा के खान पान की अन्य सामग्री में शामिल निम्न हैंचिकन एक्जॉटी, गोयल स्क्वीड फ्राई, गोअन फिश करी, बेबिंका, पोर्क विंडालू, फोना करी, रावा फ्राई फिश, चिकन काफ्रियल, सन्ना, प्रॉन बलचो, गोवन नेवरी आदि हैं।

गोवा के लोगो का व्यवसाय

भारत के गोवा राज्य में लोग खुश और इत्मीनान से जीवन यापन करते हैं और हर पल पूरी तरह से जीते हैं। यहां के निवासियों (गोयंस) मुख्य व्यवसाय मछली पकड़ना हैं। समुद्र से मछली पकड़ कर उन्हें बेचना या भोजन तैयार करके फिर बेचना यही व्यवसाय मुख्य हैं। इसके अलावा उपजाऊ भूमि पर खेती करके काजू, नारियल, कटहल और अन्य अनाज उगाते हैं। पर्यटकों से भरे गोवा राज्य में स्थानीय लोग शेक, गेस्ट हाउस और प्राइम सीजन में पर्यटकों को गाइड करने का काम भी करते हैं।

 गोवा के हस्तशिल्प 

गोवा की हस्तशिल्प कला को देखते ही बनता हैं यहां की अर्थव्यवस्था उठती हुयी हैं। स्मारिका यहां के बाजारों में पाए जाने वाले लौकप्रिय आइटम हैं। गोवा के कुसल कारीगर आकर्षित आभूषण, फ्रेम और शोपीस बनाने के लिए समुद्र तट से प्राप्त किए गए गोले और नारियल की खाल का दुवारा उपयोग करते हैं। इसके अलावा गोवा में बेची जाने वाली वस्तुओं में बांस, पीतल, और चांदी के आभूषण शामिल हैं, जोकि बहुत ही खूबसूरती से बनाए जाते हैं और पर्यटक इनकी ओर आकर्षित होते हैं।

गोवा का डांस और म्यूजिक कल्चर 

गोवा में नृत्य और संगीत की बात करे तो यहां के लोगो को बहुत अधिक पसंद हैं। गोआंस को कला प्रदर्शन के लिए एक विशेष शौक है जोकि भारत के अन्य राज्यों की तुलना में बहुत अलग है। भारतीय और पश्चिमी गोवा का एक सुंदर मिश्रण गोयन कला के रूपों में देखने को मिलता हैं जिसमे फुगड़ी, ढ्लो और कुणबी शामिल हैं। गोवा राज्य में लोक नृत्य और संगीत का आयोजन दोनों धार्मिक त्योहारों और हंसमुख घटनाओं के लिए किया जाता हैं।

गोवा की वेशभूषा

गोवा के पहनावे में महिलाओं की पारंपरिक वेशभूषा में 9 गज की साड़ी भी शामिल है जिसे पानो भजु के नाम से जाना जाता हैं, कुछ आभूषण जो पूरे पहनावे को संतुलित करते हैं। महिलाये अपने कुनबी पल्लू को बांधते हुए एक बंधी हुयी साड़ी पहने हुए नजर आती हैं और एक अलग ही पहनावा रखती हैं। पहनावे में एक पत्ती वाली लंगोटी, जिसे ‘वल्कल’ कहा जाता है

मछुआरों के पास कोई विशेष पोषक नही होती हैं लेकिन उन्हें परम्परगत ड्रेस के रूप हाफ पैंट के साथ चमकीले सूती शर्ट पहने हुए देखा जाता है। आदिवसियों की पोषक के रूप में एक लंगोटी होती हैं जिसे कशी के नाम से भी जाना जाता हैं और कंधे पर एक कम्बल रखा हुआ होता है।

 

गोवा का प्रसिद्ध खेल

भारत के गोवा राज्य का सबसे प्रसिद्ध खेल फुटबाल है, जो लोगो के बीच बहुत अधिक प्रचलित हैं। यहां आने वाले पर्यटक बीच पर अक्सर फुटवाल का आनंद लेते हुए नजर आते हैं।

 

 

 
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