भगवान शिव की संतान और सूर्य के उपासक माना जाता है भील समुदाय को
Date : 05-Jan-2025
केवल भारत ही नहीं संपूर्ण जंबू द्वीप की प्राचीन संस्कृति में भील समाज की उपस्थिति मिलती है । राष्ट्र और संस्कृति रक्षा केलिये समर्पित भील समाज का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है । इन्हें भगवान शिव की संतान और भगवान सूर्यदेव का उपासक माना जाता है ।
मध्यप्रदेश में मालवा पर भील समुदाय से संबंधित राजाओं का शासन रहा है । आगर मालवा, झाबुआ, ओंकारेश्वर, अलीराजपुर, ताल, सीतामऊ , उज्जैन, राजगढ़, महिदपुर, रामपुरा भनपुरा, चंदवासा, और विदिशा आदि क्षेत्र में भील समुदाय के शासकों का ही राज्य रहा । इंदौर राज्य में तो एक सैन्य मुख्यालय का नाम ही भील पल्टन था । इसका नाम अब पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय हो गया है । मथलेश्वर् मे भील सेना का केन्द्र रहा है । महाराष्ट्र में भी पन्द्रहवी शताब्दी तक अनेक भील शासकों का उल्लेख मिलता है । इनमें खानदेश, बुलथाना आदि हैं। जहाँ अन्य शासक थे वहां सेनापति के रूप में भील समुदाय से संबंधित सेना नायकों का उल्लेख मिलता है।