मुंबई, 08 नवंबर (हि.स.)। महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार के बिगड़े बोल वाले कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार को कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मिला। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने किया।
जयंत पाटिल ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों को बताया कि मंत्री अब्दुल सत्तार ने सांसद सुप्रियाताई सुले के बारे में आपत्तिजनक बयान देकर एक बार फिर अपना निम्न स्तर दिखाया है। कैबिनेट में एक जिम्मेदार मंत्री के लिए भारत की संसद में काम करने वाली एक महिला सांसद के बारे में इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना और इस तरह से बात करना कितना उचित है। सत्तार के बयान की हर स्तर पर निंदा हो रही है।
जयंत पाटिल ने कहा कि यह अब्दुल सत्तार का पहला आपत्तिजनक बयान नहीं है। इससे पहले भी उन्होंने कलेक्टर से पूछा था कि क्या वह शराब पीते हैं। पाटिल ने कहा कि मंत्रियों को कुछ सीमाएं बनाए रखनी होती हैं लेकिन इन मंत्रियों द्वारा बार-बार इन सीमाओं का उल्लंघन किया जाता है। अब्दुल सत्तार के इस तरह बार-बार आपत्तिजनक बयान देने से साफ हो गया है कि वर्तमान सरकार में महिलाओं की कोई इज्जत नहीं रह गई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सोचना चाहिए कि सरकार में मंत्री कैसे होने चाहिए और क्या देवेंद्र फडणवीस मंत्री के बयान से सहमत हैं? जयंत पाटिल ने कहा कि अब्दुल सत्तार की बर्खास्तगी तक राकांपा का आंदोलन जारी रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर