नई दिल्ली, 16 नवंबर (हि.स.)। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के मद्देनजर अब से भारत गौरव ट्रेनों के लिए केवल लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच आवंटित करने का निर्णय किया है।
रेल मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि बेहतर गुणवत्ता वाले कोचों और व्यवहार्य टूर पैकेजों के प्रावधान के माध्यम से रेल आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों पर जोर देने के लिए, भारत गौरव ट्रेन योजना की समीक्षा की गई है। संशोधित नीति की मुख्य विशेषताओं में अब से, भारत गौरव ट्रेन योजना के तहत केवल लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच आवंटित करने का निर्णय किया गया है।
इसके अलावा रेल पर्यटन को बढ़ावा देने और उत्पाद की व्यवहार्यता के हित में, रेल मंत्रालय ने इस योजना के तहत भारत गौरव ट्रेनों के संचालन के लिए निश्चित और परिवर्तनीय ढुलाई शुल्क में ओवरहेड घटक नहीं लगाने का निर्णय लिया है। भारत गौरव ट्रेन योजना के तहत रेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेल द्वारा लगभग 33 प्रतिशत रियायत दी जाएगी।
रेलवे के अनुसार मौजूदा सेवा प्रदाताओं, जिन्हें पहले ही भारत गौरव ट्रेन नीति के ढांचे के तहत आईसीएफ रेक आवंटित किए जा चुके हैं, को संशोधित शुल्कों पर समझौते की शेष अवधि के लिए एलएचबी रेक पर स्विच करने का विकल्प दिया जाएगा। हालांकि, यदि वे पहले से आवंटित रेकों को जारी रखने का विकल्प चुनते हैं, तो संशोधित शुल्कों का लाभ भावी प्रभाव से उपलब्ध होगा। लागू संशोधित शुल्कों को अधिसूचित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों के पटरी से उतरने या आमने-सामने की टक्कर की स्थिति में शून्य हताहत सुनिश्चित करने के लिए, रेलवे यात्री ट्रेनों के पारंपरिक पुराने डिब्बों के सभी मौजूदा रेक को एलएचबी से बदलने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहा ।
हिन्दुस्थान समाचार/सुशील