नवंबर में कच्छ का रण घूमने का प्लान ऐसे बनाएं, सफर होगा मजेदार | The Voice TV

Quote :

सपनों को हकीकत में बदलने से पहले, सपनों को देखना ज़रूरी है – डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम

Travel & Culture

नवंबर में कच्छ का रण घूमने का प्लान ऐसे बनाएं, सफर होगा मजेदार

Date : 17-Nov-2023

 गुजरात के कच्छ शहर में उत्तर और पूर्व में फैला दुनिया का सबसे बड़ा नमक का रेगिस्तान कच्छ का रण देश के साथ-साथ विश्व के लिए भी एक प्रमुख पर्यटक स्थल है।

कहा जाता है कि गुजरात घूमने जाए और रन ऑफ कच्छ नहीं देखा तो फिर गुजरात घूमना बेकार है। यह एक ऐसा स्थान है जहां कच्छ संस्कृति, कला और परंपरा को देखने के बाद मन तृप्त हो उठता है। 

अगर आप भी आने वाले दिनों में रन ऑफ कच्छ घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको 3 दिन रन ऑफ कच्छ घूमने का प्लान सटीक प्लान बना रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आसानी से एक्सप्लोर कर सकते हैं।   

कहा जाता है कि कच्छ का रण लगभग 20 हजार से भी अधिक किमी में फैला हुआ है। यह एक ऐसा भी स्थान है जिसका कुछ हिस्सा भारत और कुछ हिस्स पाकिस्तान में पड़ता है। 

रन ऑफ कच्छ दो हिस्सों में बंटा हुआ है। पहला हिस्सा ग्रेट रन ऑफ कच्छ और दूसरे हिस्से को लिटिल रन ऑफ कच्छ कहा जाता है। कहा जाता है कि पहले यह समुद्र का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन भौगोलिक परिदृश्य के चलते यह नमक का रेगिस्तान बन गया। कच्छ वाइल्ड की सबसे बड़ी आबादी का घर भी माना जाता है। कहा जाता है कि कच्छ में लोथल और हड़प्पा संस्कृति से जुड़ी कई ऐतिहासिक चीजें भी मिली हैं। 

कच्छ में घूमने की जगहें 

कच्छ में घूमने के लिए लिए एक से एक बेहतरीन जगहें मौजूद हैं। इन जगहों पर हर दिन हजारों देशी और विदेशी पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते रहते हैं। 

धोलावीरा:- धोलावीरा एक ऐतिहासिक जगह होने के लिए साथ-साथ एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है। कहा जाता है कि कि यहां से इंडस घाटी सभ्यता और हड़प्पा संस्कृति से जुड़ी कई चीजें मिल चुकी हैं

विजय विलास पैलेस:- साल 1929 में राव विजयराजजी द्वारा निर्मित विजय विलास पैलेस कच्छ के रण स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है। कहा जाता है कि यह पैलेस बंगाल की संलयन स्थापत्य शैली में निर्मित सुंदर मूर्तियों का एक प्रतीक है। (गुजरात में घूमने की जगहें)    

रन ऑफ कच्छ में होने वाले उत्सव:- रन ऑफ कच्छ में होने वाले उत्सव में भी आप शामिल हो सकते हैं। यहां 1 नवंबर से शुरू होकर 20 फरवरी तक रण उत्सव चलता है। रण उत्सव में आप ऊंटों की सवारी का भी लुत्फ उठा सकते हैं। 

कच्छ का रण कैसे पहुंचें?

रन ऑफ कच्छ देश के किसी भी कोने से आप आसानी से पहुंच सकते हैं।

·         ट्रेन से: रन ऑफ कच्छ के सबसे पास में भुज रेलवे स्टेशन है। भूज से लोकल बस या टैक्सी लेकर आसानी से पहुंच सकते हैं। 

·         हवाई यात्रा-रन ऑफ कच्छ के सबसे पास भुज एयरपोर्ट है। भूज से लोकल बस या टैक्सी लेकर आसानी से पहुंच सकते हैं। 

·         सड़क के द्वारा- आप देश के किसी भी कोने से रन ऑफ कच्छ सड़क के माध्यम से पहुंच सकते हैं। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों से बस लेकर आसानी से पहुंच सकते हैं।

ठहरने की जगह?

रन ऑफ कच्छ के आसपास ऐसे कई होटल और टेंट हाउस मौजूद हैं, जहां आप आसानी से और बहुत कम पैसे में स्टे कर सकते हैं। आप भुज में भी ठहर सकते हैं। इसके लिए आप रन रेसॉर्ट, रण कांधी रेसॉर्ट, रन रेसॉर्ट धोलावीरा और होटल ऑफ़ कच्छ धोलावीरा में बहुत कम पैसे में ठहर सकते हैं। 

घूमने के लिए बजट

रन ऑफ कच्छ आप बहुत कम बजट में घूम सकते हैं। इसके लिए अगर आप दिल्ली से रन ऑफ कच्छ घूमने का प्लान बना रहे हैं तो 6-7 हजार में घूम सकते हैं। दिल्ली से भुज के लिए स्लीपर क्लास में 1 हजार में कम में टिकट मिल सकता है। इसके अलावा टेंट में होटल बुक करते हैं तो 2 हजार के अंदर में आसानी से ठहर सकते हैं। खाने-पीने पर दिन के हिसाब में 500-700 रुपये के बीच में कर सकते हैं। इसके अलावा ऊंट सफारी आदि एक्टिविटी का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो 1000-2000 रुपये तक खर्च हो सकता है। शॉपिंग में 1-2 हजार रूपये के बीच में जमकर शॉपिंग भी कर सकते हैं। 

नोट: पहले दिन रन ऑफ कच्छ को एक्सप्लोर कर सकते हैं। दूसरे दिन कच्छ के आसपास मौजूद बेहतरीन जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं और तीसरे दिन भुज की शानदार जगहों को एक्सप्लोर करते हुए घर के लिए वापसी कर सकते हैं।   

 

 

 
RELATED POST

Leave a reply
Click to reload image
Click on the image to reload










Advertisement