ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट : मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास का नया अध्याय | The Voice TV

Quote :

भविष्य का निर्माण करने के लिए सपने से बढ़कर कुछ नहीं है - विक्टर ह्यूगो

Editor's Choice

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट : मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास का नया अध्याय

Date : 08-Feb-2025
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपना कार्यभार संभालने के पहले दिन से प्रधानमंत्री श्रीनरेंद्र मोदी "विरासत के साथ विकास" मंत्र पर काम कर रहे हैं। इस मंत्र के साथ मोदी जी वर्ष 2047 तक भारत को विश्व का विकसित राष्ट्र बनाना चाहते हैं। यह लक्ष्य तभी पूरा होगा जब देश का प्रत्येक प्राँत उन्नत और आत्मनिर्भर बने। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भारत की इस प्रगति यात्रा में मध्यप्रदेश को अग्रणी बनाना चाहते हैं । यह तभी संभव है जब मध्यप्रदेश अपनी सभी आवश्यकता पूरी करके निर्यातक प्रदेश भी बने। डाॅ यादव ने इसीलिए यह इन्वेस्टर्स समिट का अभियान चलाया हुआ है। मध्यप्रदेश में ऐसी समिट तीनों प्रकार की हो रहीं हैं। रीजनल समिट भी और नेशनल इन्वेस्टर्स समिट भी । ऐसी दोनों प्रकार की समिट के आयोजन हो चुके हैं और अब ग्लोबल समिट आयोजित की जा रही है। अनुमान है इसमें पचास से अधिक देशों और लगभग सौ अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की ओर से निवेशकों के भाग लेने की संभावना है । हालाँकि मध्यप्रदेश के औद्योगीकरण केलिये इन्वेस्टर्स समिट पहले भी हुईं हैं। लेकिन रीजनल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत डाॅ मोहन यादव ने ही की है। सागर, उज्जैन और सागर जैसे संभागीय केन्द्रों में ऐसी रीजनल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित हो चुकीं हैं जिनमें स्थानीय उत्पाद आधारित उद्योगों की स्थापना और उपभोक्ता की आवश्यकता को ध्यान रखकर निवेश करार हुये हैं इससे जहाँ उत्पाद को वैश्विक बाजार मिलेगा, वहीं स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे । इसी कड़ी में अब यह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जा रही है । हालाँकि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पहले उत्तर प्रदेश में हो चुकी है लेकिन मध्यप्रदेश में पहली बार ग्लोबल समिट हो रही है । दो दिवसीय यह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 24 एवं 25 फरवरी को राजधानी भोपाल मे होने जा रही है। इसमें अमेरिका, इग्लैंड, जापान, जर्मनी, रूस, चीन और फ्रांस जैसे दुनियाँ के लगभग पचास देशों से इन्वेस्टर्स के भोपाल आने की संभावना है। इन्वेस्टर्स समिट के लिये मध्यप्रदेश सरकार ने जहाँ दुनियां के साठ से अधिक देशों के निवेशकों को आमंत्रण भेजे हैं। वहीं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने स्वयं जापान, जर्मनी और यू के जाकर निवेशकों को आमंत्रित किया है । अनुमान है इसमें पन्द्रह हजार से अधिक निवेशकों के भाग लेने की संभावना है । प्रधानमंत्री श्रीनरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। इस समिट में "आईटी" और "एआई" से संबंधित कुछ ऐसी इकाई निर्माण केलिये निवेश पर करार हो सकते हैं जो भारत की आधुनिक आवश्यकता की पूर्ति करने के साथ अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में भी भारत अग्रणी हो सके ।
अंतरराष्ट्रीय इन्वेस्टर्स को आमंत्रित करने केलिये मध्यप्रदेश सरकार ने स्पेशल इकोनॉमिक जोन बनाए हैं। ताकि निवेशकों को अपनी इकाइयाँ स्थापित करने केलिये अच्छी सुविधाएं मिल सकें। इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश में 15 से अधिक आईटी पार्क है। मध्यप्रदेश में देश की 50 से ज्यादा बड़ी आईटी और आईटीईएस इकाईयां पहले से ही स्थापित हैं। साथ ही भूमि आवंटन, अनुदान एवं अन्य सुविधाएँ भी दी जा रहीं हैं।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा निवेशकों को दी जाने वाली सुविधाओं के अतिरिक्त यहाँ का वातावरण भी निवेशकों को आकर्षित करता है । पर्यटन और प्रारंपरिक स्थलों के अतीरिक्त भूमि की उपलब्धता और संबंधित ट्रेड के प्रशिक्षित युवाओं की उपलब्धता भी सहज है । मध्यप्रदेश सरकार स्किल डेवलपमेंट पर बहुत ध्यान दे रही है । इसके लिये लगभग तीन सौ इंजीनियरिंग कॉलेज हैं जिनसे कंपनियों को सहज टेलेन्ट उपलब्ध हो जाता है । इसको देखकर यह आशा की जा रही है कि इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के करार होने का कीर्तिमान बनेगा और देश के विकसित प्राँतों की सूची में मध्यप्रदेश भारत का अग्रणी प्रदेश बनेगा।
 
 
RELATED POST

Leave a reply
Click to reload image
Click on the image to reload









Advertisement