दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के 44वें और 45वें शिखर सम्मेलन तथा संबंधित शिखर सम्मेलन कल लाओस के वियनतियाने में शुरू हुए। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए लाओस के राष्ट्रपति थोंगलाउन सिसोउलिथ ने आसियान देशों से शांति, स्थिरता और सतत विकास के अपने साझा उद्देश्य को कायम रखने तथा समानता और पारस्परिक लाभ पर आधारित बहुपक्षवाद के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने का आह्वान किया।
श्री सिसोउलिथ ने आगे कहा कि 'आसियान मार्ग' द्वारा निर्देशित सहयोग दक्षिण-पूर्व एशिया की अनूठी विशेषताओं के साथ प्रतिध्वनित होता है, जिसका साझा लक्ष्य क्षेत्र के भीतर और बाहर शांति, स्थिरता और सतत सामाजिक-आर्थिक विकास को बनाए रखना और बढ़ावा देना है। इस वर्ष लाओस की आसियान अध्यक्षता में शिखर सम्मेलनों का विषय 'आसियान: कनेक्टिविटी और लचीलापन बढ़ाना' है, जिसका उद्देश्य विभिन्न चुनौतियों का सामना करने और आसियान लोगों को लाभ पहुंचाने के अवसरों का लाभ उठाने के लिए एक अधिक एकीकृत, जुड़ा हुआ और लचीला आसियान समुदाय बनाना है।
तीन दिवसीय कार्यक्रम में संबंधित शिखर सम्मेलन शामिल होंगे, जिनमें 27वां आसियान-चीन शिखर सम्मेलन, 27वां आसियान प्लस थ्री शिखर सम्मेलन (आसियान-चीन, जापान और कोरिया गणराज्य) और 19वां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन शामिल हैं।