गुवाहाटी, 25 नवंबर (हि.स.)। असम-मेघालय मार्ग पर यातायात आज शुक्रवार को लगातार चौथे दिन भी ठप रहा।
असम के पश्चिम कार्बी आंग्लांग जिलांतर्गत असम-मेघालय के माइक्रोंग गांव में लकड़ी तस्कर और वन सुरक्षा कर्मियों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक वन रक्षक और मेघालय के पांच खासी समुदाय के नागरिकों की मौत हो गयी थी। जिसके बाद पूरे मेघालय में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
मेघालय में जारी हिंसक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए गुवाहाटी के जोराबाट से होकर मेघालय जाने वाले रास्ते पर अभी भी पुलिस प्रशासन के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों की तैनाती है। असम समेत अन्य राज्य के वाहनों और आम लोगों को फिलहाल मेघालय नहीं जाने की सलाह पुलिस प्रशासन द्वारा दी जा रही है।
मेघालय में जारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए असम-मेघालय सीमा पर विशेष रूप से एहतियात बरता जा रहा है। वहीं, कछार जिला से भी मेघालय में प्रवेश करने वाले रास्ते पर सतर्कता बरती जा रही है। असम के वाहनों को मेघालय में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
गौरतलब है कि गुरुवार शाम करीब 4 बजे शिलांग में शांति रैली के दौरान हिंसा हुई थी। प्रदर्शनकारियों और मेघालय पुलिस के बीच झड़प भी हुई। यह घटना शिलांग सिविल अस्पताल के पास हुई। प्रदर्शनकारियों ने चार ट्रैफिक प्वाइंट और पुलिस वाहनों को आग लगा दी।
माइक्रोंग में गत 22 नवंबर को हुई घटना के बाद से अब तक राजधानी शिलांग में लगभग 15 वाहनों को क्षतिग्रस्त करने के साथ ही आग लगाने की जानकारी मिली है।
हिन्दुस्थान समाचार/नारायण/अरविंद