मेरठ, 15 जुलाई । श्रावस मास की शिवरात्रि को लेकर शिव मंदिरों में जलाभिषेक की तैयारियां तेज हो गई है। मेरठ कैंट स्थित औघड़नाथ मंदिर समेत मेरठ के सभी शिव मंदिरों में शिवरात्रि को रातभर जलाभिषेक होगा।
श्रावण मास की शिवरात्रि को लाखों कांवड़िये हरिद्वार से गंगाजल लाकर भगवान शिव शंकर को जल चढ़ाते हैं। 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन तैयारी में जुटा है। 22 जुलाई से एनएच-58 पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के लिए उस पर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। इसके साथ ही सुरक्षा के चाक-चौबंद प्रबंध किए जाएंगे। शिवरात्रि पर मेरठ के औघड़नाथ मंदिर और बागपत के पुरा महादेव मंदिर में लाखों कांवड़ियों द्वारा जलाभिषेक किया जाता है। शिवरात्रि पर शिव मंदिरों को कांवड़ियों के लिए पूरी रात खोला जाएगा और रातभर जल चढ़ाने का सिलसिला चलेगा।
औघड़नाथ शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष सतीश सिंघल के अनुसार, इस बार पांच लाख कांवड़ियों द्वारा मंदिर में गंगाजल से भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करने का अनुमान है। शिवरात्रि पर पूरी रात मंदिर खुला रहेगा। शिवरात्रि पर तीन बार आरती होगी। कांवड़ियों की संख्या को देखते हुए मंदिर में दोहरी बैरिकेडिंग की जा रही है। इसी तरह से सदर स्थित बिल्वेश्वर महादेव मंदिर, नगर निगम स्थित झाड़खंडी महादेव मंदिर, पिपलेश्वर महादेव मंदिर, बुढ़ाना गेट स्थित धर्म धर्मेश्वर शिव मंदिर में भी शिवरात्रि पर जलाभिषेक की विशेष व्यवस्था रहेगी।